पिछले 11.5 से अधिक वर्षों (जेल परिहारानुसार) से संत श्री आशारामजी
बापू जेल में हैं । उनको न बेल दी जाती है न पैरोल न फरलो जबकि सजा
का चौथाई हिस्सा पूरा करने के बाद कानून द्वारा पैरोल पर बाहर आने का
प्रावधान है लेकिन यह प्रावधान बापूजी के लिए लागू नहीं किया जाता ।
कोर्ट द्वारा हर बार 86 वर्षीय वयोवृद्ध संत की अर्जी को नामंजूर
किया जाता है । 2013, जब से बापूजी जेल में हैं उनका स्वास्थ्य
दिन-प्रतिदिन बिगड़ता चला जा रहा है ।
2013 से - ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया
2015 से - प्रोस्टेटिक
हाइपरप्लासिया, घुटने के आर्थ्राइटिस ग्रेड 4, सर्वाइकल
स्पोंडिलोसिस, हाइपोथायरायडिज्म
2016 से - प्रोस्टेटाइटिस, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, कार्पल टनल सिंड्रोम
2021 फरवरी - एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम, एनीमिया, सिस्टाइटिस, माइल्ड
हेपेटिक स्टीटोसिस मई - COVID, आँतों से रक्तस्राव, AIIMS और MDM में
एडमिट जून - हाइड्रोनेफ्रोसिस, हाइपोनेट्रिमिया नवम्बर - लिवर के एंजाइम
का बढ़ना, पीलिया, किडनी की कार्यक्षमता में क्षति, पोस्ट COVID कोम्प्लीकेशन
डिस्टेंडेड युरीनरी ब्लैडर, प्रोस्टेटोमेगाली, हेपटोमेगाली ।
2022 - AIIMS ने प्रोस्टेट की सर्जरी (prostatectomy) की सलाह दी ।
2023 - हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिसीज, उच्च रक्तचाप, खून
की कमी आयरन और विटामिन बी 12 की कमी
जनवरी 2024
AIIMS में करायी गयी एंजियोग्राफी रिपोर्ट के अनुसार उनके हृदय में
3 गंभीर ( 99%, 90% और 85%) ब्लॉकेज हैं । Capsular Endoscopy रिपोर्ट
के अनुसार छोटी आँत में अल्सर है जिसके कारण काफी रक्तस्राव हुआ ।
लगातार रक्तस्राव के कारण 7 बोतल के ऊपर खून चढ़ा लेकिन हीमोग्लोबिन
का स्तर सामान्य नहीं हुआ । वर्ष 2021 में भी कोरोना के गंभीर दुष्परिणामों
से ICU में कई दिनों तक जूझने के बाद भी उन्हें बेल देने की अपेक्षा
जेल में वापस भेज दिया गया था जो जेल उस समय covid इन्फेक्शन का हॉटस्पॉट
बनी हुई थी । इतनी बीमारियाँ होने के बावजूद भी बापूजी द्वारा अपनी इच्छानुसार
अपना इलाज कराने के लिए आज तक लगायी गयी सभी अर्जियाँ कोर्ट द्वारा
खारिज कर दी गयी हैं । क्या ऐसी कोई न्यायनीति नहीं जो 11.5 से अधिक
वर्षों (जेल परिहारानुसार) से कारागृह में बंद 86 वर्षीय निर्दोष संत
श्री आशारामजी बापू को राहत दिला सके ?